डिजीटल लाइब्रेरी से पढ़ेंगे पुलिसकर्मी
नेहा
सेन @ जबलपुर। प्रदेश भर की पुलिस अब डिजिटल लाइब्रेरी से पढ़ाई कर पाएगी। पुलिस ट्रेनिंग के दौरान पढ़ाई जाने वाली किताबों को अब कैंडिडेट्स डिजिटली पढ़ सकेंगे। इस नेक काम को मप्र पुलिस विभाग द्वारा आसान बनाया जा रहा है। विभाग का यह काम राष्ट्रीय ज्ञान आयोग द्वारा सम्पन्न करवाया जा रहा है। इसके चलते प्रदेशभर के 18 जिलों को डिजिटली कनेक्ट किए जाने का काम शुरू हो चुका है। इसका उद्देश्य प्रशिक्षु पुलिस को सामाजिक विज्ञान, साइबर क्राइम और लॉ की अधिक से अधिक किताबों का ज्ञान देना हैं।
सभी
को फायदा
डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण कार्य सभी जगह शुरू हो चुका है। चूंकि लाइब्रेरीज को डिजिटली कनेक्ट करने का काम किया जा रहा है, तो एेसे में कई जिलों की यूनिट और पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों में प्रशिक्षु पुलिस को पढ़ाई में मदद मिल पाएगी। कई बार एेसा देखा गया है कि कम किताबों के कारण ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स में दिक्कतें आती हैं। इस कारण सभी यूनिट्स की किताबों का उपयोग हर कोई कर पाएगा।
इन
जिलों से होगी कनेक्ट
जबलपुर, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, सागर, उमरिया, रीवा, पचमढ़ी
बढ़ेगा नॉलेज
और रीडिंग हैबिट
प्रदेश स्तरीय लाइब्रेरी के कनेक्ट होने वाली किताबों में सामाजिक विज्ञान, लॉ, साइबर क्राइम, फॉरेंसिक साइंस, साइंस आदि की वैरायटीज और संख्या पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। डिजिटल कनेक्ट होने वाली इन लाइब्रेरी के साथ यूनिट में मौजूद लाइब्रेरी को भी अपग्रेड किया जा रहा है।
मप्र पुलिस द्वारा प्रदेश भर की लाइब्रेरी को कनेक्ट और अपग्रेड करने का काम चल रहा है। इसके लिए विशेष रूप से काम करवाए जा रहे हैं।
एडीजीपी पवन
जैन, पीएचक्यू, भोपाल
बटालियन में पीएचक्यू के आदेश आया है, जिसके चलते लाइब्रेरी को अपग्रेड और डिजिटल किया जाना है। फिलहाल 3 लाख नई किताबें आईं हैं।
कार्तिकेयन के.,
कमाण्डेंट, छठी बटालियन
Source | www.patrika.com
Regards
Pralhad Jadhav
Senior Librarian
Khaitan & Co
Upcoming Event | National Conference on Future
Librarianship: Innovation for Excellence (NCFL 2016) during April 22-23, 2016.
Note | If anybody use these post for forwarding in any
social media coverage or covering in the Newsletter please give due credit to
those who are taking efforts for the same.
No comments:
Post a Comment